बल्ब असल में ऐसा उपकरण है जोकि हमारे घरों में रोशनी प्रदान करता है/ यदि उसे विद्युत से जोड़ दिया जाए तब आप आपको करंट जहां जहां वे मिलती है वही आप बल्ब को इस्तेमाल कर सकते हैं बल में एक तार होता है और जब उसके माध्यम से विद्युत प्रवास किया जाता है तब वह गर्म हो जाता है और रोशनी प्रदान करता है /
प्रकाश का अविष्कार किसने किया ?
विद्युत प्रकाश की खोज सर्वप्रथम सन 1800 मैं एक अंग्रेज विज्ञानिक हम्मीर डेवी द्वारा किया गया था आपने इस अविष्कार में उन्होंने बिजली का इस्तेमाल किया और उससे बिजली की बैटरी का अविष्कार भी किया था जिसका उपयोग हम अपने घरों और कंपनी फैक्ट्री कई जगहों पर उजाला करने के लिए करते हैं /
लाइट बल्ब का आविष्कार कब हुआ ?
बल्ब का आविष्कार सन 1879 ने किया गया था /
बल्ब का आविष्कार कैसे हुआ था ?
बल्ब जब आप लोगों को यह मालूम हो गया कि आखिर बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया तो ऐसे में आप बारी आती है जानने का आखिर इन सभी चीजों के पीछे की कहानी क्या है /
विद्युत के इस्तेमाल से रोशनी पैदा करने का विचार सबसे पहले अंग्रेजी Chemist Humphrey Davy के मन में आया था इस मोबाइल को लगभग 200 वर्ष से भी ज्यादा हो चुकी है उन्होंने सबसे पहले यह दिखाया था जब भी तुझको तारों के माध्यम से पर वार किया जाए तब वह तार गर्म होकर रोशनी पैदा करता था /
वही उनके द्वारा तैयार किया गया सबसे पहले जमाने के उपकरण कुछ घंटों तक जल रहे थे लेकिन US inventor Thomas Edison कोही बल्ब के अविष्कारक करने का पूरा श्रेय दिया जाता है क्योंकि इन्होंने सन 1879 को Carbon filament लाइट बल्ब पूरी दुनिया को पेश किया था
Edisonजेके दिमाग को एक ऐसी जोड़ निकलती थी जिसने Thin carbon filament के साथ बेहतर desing का इस्तेमाल करते थे जिसने बेहतर Vacuums का इस्तेमाल किया गया है जो कि आगे चलकर दोनों scientific और commercial challenges को खत्म करने में सफल रहा और अंत में लाइट बिजली बनाकर तैयार किया और लोगों को सामने पेश किया /
प्रकाश की गति ( SPEED Of light)
प्रकाश की गति जिसकी खोज 340 साल पहले की गई थी 17 दिसंबर 1976 को यूरोप के पहले साइंटिफिक जनरल द जनरल डेस स्केवेन्स ने इसके बारे में पहली बार छापा था या जनरल अभी भी चलता है/
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bulb ka avishkar kisne kiya in hindi |
वर्तमान में जनरल ड्रेस सेवेन्टस के नाम से जाना जाता है पहली बार सन 1976 मैं प्रकाश के वेग को निर्धारित किया गया था रोमन ने अपनी इस खोज को 1673 मैं उस समय शुरू किया था रोमन मैं यहां दिया था कि आयोग को दिखाई देने का वक्त के अंतर्गत तथा बृहस्पति और पृथ्वी की बेच दूरियां में आने वाले अंतर से प्रकाश की गति की गणना कर सकते हैं
रोमन ने गणना की और प्रकाश गति को 210000 किलोमीटर सेकंड प्रकाश गति लगभग 300000 किलोमीटर सेकंड होती है
प्रकाश की चाल एक भौतिक नियताक है निर्वात ने से इसका मान 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड है जिसे प्राय 300000 किलोमीटर सेकंड कह दिया जाता है तभी विद्युत चुंबकीय तरंगों जैसे रेडियो गामा किरणों प्रकाश आदि समेत गुरुत्वीय सोचना कह दे भी इतना ही होता है |
निष्कर्ष ( conclusion)
दोस्तों हम आशा करते हैं आपको हमारी यह लेख light ka avishkar kisne kiya पसंद आया होगा क्योंकि यहां हमने प्रकाश के अविष्कार को लेकर सभी महत्वपूर्ण खोज का वर्णन किया है
प्रकाश से जुड़े किसी भी प्रकाश थे प्रश्न होने पर या इससे जुड़ी जानकारियां प्राप्त करने के लिए हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं /